दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटर ,70,000 करोड़ रुपये कमाए,22 साल की उम्र में संन्यास लिया कभी आईपीएल नहीं खेला ||सचिन, धोनी,विराट को पीछे छोड़ा।
अरबपति उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला के बेटे आर्यमान बिड़ला ने सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी और विराट कोहली जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ते हुए दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटर होने का खिताब अपने नाम पर हासिल किया है। आर्यमान बिड़ला, जिनकी विशाल संपत्ति उनकी ऑन-फील्ड प्रतिभा और ऑफ-फील्ड समर्थन से उपजी है, आर्यमन की संपत्ति मुख्य रूप से पारिवारिक व्यवसाय, आदित्य बिड़ला समूह में उनकी भूमिका से आती है, जिसकी अनुमानित कुल संपत्ति ₹70,000 करोड़ है। आर्यमान का जन्म 9 जुलाई 1997 को मुंबई में हुआ। वे आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला और नीरजा बिरला के बेटे हैं। हालांकि उनका पारिवारिक पृष्ठभूमि एक बड़े कारोबारी घराने से जुड़ा हुआ है, लेकिन आर्यमान ने अपनी अलग पहचान बनाने के लिए क्रिकेट को चुना।
तेंदुलकर, धोनी और कोहली की कुल संपत्ति क्रमशः $170 मिलियन, $111 मिलियन और $92 मिलियन है, आर्यमन की संपत्ति में खेल उपलब्धि के बीच का अंतर कम और विरासत में मिली संपत्ति के बारे में अधिक है, लेकिन क्रिकेट से जल्दी संन्यास लेने के बावजूद, आर्यमन ने एक अनूठी विरासत बनाई, अनुग्रह और दृढ़ संकल्प के साथ दो बिल्कुल अलग दुनियाओं में फैला हुआ।
क्रिकेट करियर की शुरुआत (CRICKET JOURNEY) :
आर्यमान ने क्रिकेट के प्रति अपनी रुचि बचपन में ही विकसित कर ली थी। वह अक्सर अपने घर के नीचे अपने नौकरों के साथ दिन भर क्रिकेट खेला करते थे।उन्होंने अपनी शिक्षा मुंबई के जॉन कॉनन स्कूल से पूरी की ।और उसके बाद क्रिकेट में करियर बनाने का निर्णय लिया। बाएं हाथ के बल्लेबाज और धीमी गति से ऑर्थोडॉक्स गेंदबाजी करने वाले आर्यमान ने खुद को एक ऑलराउंडर के रूप में स्थापित किया है।
उन्होंने 2017 में मध्य प्रदेश की रणजी टीम के लिए पदार्पण किया। अपने पहले ही सीज़न में आर्यमान ने अपनी बल्लेबाजी से सभी का ध्यान अपने ओर आकर्षित किया। उन्होंने कई महत्वपूर्ण पारियां खेलीं और दिखाया कि वह दबाव वाली परिस्थितियों में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। उनका पहला शतक 2018 में आंध्र प्रदेश के खिलाफ आया, जिससे उन्होंने टीम को अपनी बल्लेबाजी से एक मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) :
आर्यमान बिरला को 2018 में राजस्थान रॉयल्स ने अपनी टीम में शामिल किया। हालांकि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिले, लेकिन वे टीम के साथ रहकर दिग्गज खिलाड़ियों से काफी कुछ सीखने में कामयाब रहे।
मानसिक स्वास्थ्य और ब्रेक (MENTAL STRESS & BREAK) :
2019 में आर्यमान ने क्रिकेट से अस्थायी ब्रेक लेने का निर्णय लिया। ब्रेक लेने का कारण चोट ओर मानसिक स्वास्थ्य था।।उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि क्रिकेट का दबाव और लगातार प्रदर्शन करने की उम्मीदें उनके लिए मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो गई थीं। यह कदम उनकी परिपक्वता और खुद को प्राथमिकता देने की क्षमता को दर्शाता है। आर्यमान ने इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए काम किया और लोगों को मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित किया।
आर्यमान केवल क्रिकेट तक सीमित नहीं थे। वे मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता और युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बनने के लिए भी काम कर रहे हैं। उनकी मां नीरजा बिरला के साथ मिलकर उन्होंने कई सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लिया।
क्रिकेट से संन्यास :
मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों के कारण उन्हें 2019 -20में अनिश्चितकालीन विश्राम लेना पड़ा, जिससे उनका क्रिकेट करियर प्रभावी रूप से समाप्त हो गया। खेल से दूर जाने के बाद से आर्यमन कॉर्पोरेट जगत में खूब फले-फूले हैं। 2023 में, उन्हें आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड में निदेशक के रूप में शामिल किया गया और वह ग्रासिम इंडस्ट्रीज और आदित्य बिड़ला मैनेजमेंट कॉर्पोरेशन के बोर्ड में प्रमुख पदों पर रहे। क्रिकेट से व्यवसाय तक की उनकी यात्रा पारिवारिक विरासत के साथ व्यक्तिगत आकांक्षाओं को संतुलित करते हुए एक सहज परिवर्तन का उदाहरण है।
प्रेरणा और सामाजिक कार्य (SOCIAL WORK) :
आर्यमान बिरला की कहानी न केवल क्रिकेट में उनकी सफलता की है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे एक व्यक्ति मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देकर अपने जीवन में संतुलन बना सकता है।